मीन लग्न की कुंड्ली का फल

मीन लग्न की कुंड्ली का फल यह राशि चक्र की बारहवीं राशि है। जिसका स्वामी गुरु है। कालपुरुष शरीर में इसका निवास दोनों पैर या पजे है । इसका स्वरूप दो मछलियों में एक के मुख पर दूसरे की पूँछ लगकर गोल बनी है। इसका निवास स्थान नदी, समुद्र एवं Read more…

कुम्भ लग्न की कुंड्ली का फल

कुम्भ लग्न की कुंड्ली का फल राशि चक्र की यह ग्यारहवीं राशि है । कालपुरुष शरीर में इसका निवासस्थान दोनों पिण्डलियाँ हैं, इसका स्वरूप कंधे पर कलश लिए पुरुष के समान है । इसका निवास जल स्थान है । ग्रह ह्रस्व, पुरुषाकार, पश्चिम दिशा की स्वामिनी, क्रूर स्वभाव तथा स्थिर Read more…

मकर लग्न की कुंडली का फलादेश

मकर लग्न की कुंडली का फलादेश राशि चक्र की यह दशम राशि है | कालपुरुष शरीर में इसका वास स्थान दोनों घुटने हैं। इसका स्वरूप मृग के सदृश मुख वाला है तथा इसका निवास नदियों में है । यह सम राशि, स्त्री तत्त्व प्रधान, दक्षिण दिशा की स्वामिनी, सौम्य स्वभाव Read more…

वृश्चिक लग्न की कुंड्ली का फल

वृश्चिक लग्न की कुंड्ली का फल राशि चक्र में इस राशि का स्थान आठवाँ है। कालपुरुष शरीर में यह लिंग अथवा योनि पर अपना अधिकार रखती है। इसका आकार बिच्छू के सदृश है । वृश्चिक का निवास स्थान पत्थर या जहर तथा कृमियों के बिलों में है। यह दीर्घाकार, स्त्री Read more…

तुला लग्न की कुंड्ली का फल

तुला लग्न की कुंड्ली का फल राशि गणना से यह सातवीं राशि है। कालपुरुष शरीर में इसका स्थान नाभि के नीचे का स्थान पेट (या पेडू) है, इसका स्वरूप तराजू हाथ में लिए हुए पुरुष के सदृश है। इसका निवास स्थान व्यापार स्थल है तथा यह दीर्घाकार, पुरुष जाति, पश्चिम Read more…

कन्या लग्न की कुंड्ली का फल

कन्या लग्न की कुंड्ली का फल राशि चक्र में यह छठी राशि है तथा इसका स्वामी बुध है। जिसकी यह दूसरी राशि है। कालपुरुष शरीर में इसका स्थान कमर में है तथा इसका आकार सुकुमार सुन्दर कन्या सा है, जिसके एक हाथ में धान की बाली तथा दूसरे हाथ में Read more…

सिंह लग्न की कुंड्ली का फल

सिंह लग्न की कुंड्ली का फल राशि चक्र की पांचवीं एवं अत्यन्त समर्थ राशि है, जिसका स्वामी ग्रहराज सूर्य है । कालपुरुष शरीर में इसका स्थान उदर (पेट) में है। इसकी आकृति वनराज शेर के समान है तथा निवास स्थान सघन पहाड़, गुफा एवं वनस्थान है । यह दीर्घाकार, पुरुषाकृति, Read more…

कर्क लग्न की कुंड्ली का फल

कर्क लग्न की कुंड्ली का फल राशि चक्र में यह चौथी राशि है । कालपुरुष में इसका स्थान हृदय पर है। इसका स्वरूप केकड़े के समान है । इसका निवास बावड़ी, पोखर, जलाशय या जल का किनारा है। सम राशि, स्त्री संज्ञक, उत्तर दिशा की स्वामिनी, सौम्य भावना, चर संज्ञक, Read more…

मिथुन लग्न की कुंडली का फलादेश

मिथुन लग्न की कुंडली का फलादेश मिथुन राशि, राशि-समूह में पहली युग्म राशि है, जिसका आकार स्त्री-पुरुष सम्बन्धों के लेकर है । काल पुरुष शरीर में इसका स्थान स्तनमध्य है । मिथुनाकृति में स्त्री-पुरुष का जोड़ा होता है, जिसमें स्त्री के हाथ में वीणा तथा पुरुष के हाथ में गदा Read more…

वृष लग्न की कुंड्ली का फल

वृष लग्न की कुंड्ली का फल वृष या वृषभ लग्न सुदृढ़ एवं सबल शक्ति का परिचायक है । कालपुरुष के शरीर में यह मुख का प्रतिनिधित्व करती है । लग्न पर दुष्ग्रहों का प्रभाव या दृष्टि मुखरोग उत्पन्न करती है। वृषभ का अर्थ है बैल, अत: यह राशि बैल के Read more…