भावार्थ रत्नाकर

  1.   मेष लग्न | वृश्चिक लग्न
  2.  वृषभ लग्न | तुला लग्न
  3.   मिथुन लग्न | कन्या लग्न
  4.  कर्क लग्न | सिंह लग्न
  5.  धनु लग्न | मीन लग्न
  6.  मकर लग्न | कुंभ लग्न
  7.   अध्याय 2 | धन योग | विद्या | खान-पान
  8.  अध्याय 3 भ्रातृ-भाव |अध्याय 4 वाहन तथा भाग्य | अध्याय 5 शत्रु और रोग
  9.   अध्याय 6 स्त्री और काम | अध्याय 7 आयु और स्वास्थ्य
  10.  अध्याय 8 भाग्य योग | अध्याय 9 राज योग
  11.  अध्याय 10 तीर्थ स्नान | अध्याय 11 मृत्यु योग
  12.  अध्याय 12 दशा के परिणाम
  13.  अध्याय 13 साधारण योग | अध्याय 14 ग्रहमालिका योग | अध्याय 15 ग्रहों का आधिपत्य आदि
  14.  नियम अध्याय

फलित सूत्र

  1.  ज्योतिष के कुछ विशेष नियम
  2.  ग्रह परिचय
  3.  कुंडली के पहले भाव का महत्व
  4.  कुंडली के दूसरे भाव का महत्व
  5.  कुंडली के तीसरे भाव का महत्व
  6.  कुंडली के चौथे भाव का महत्व
  7.  कुंडली के पॉचवें भाव का महत्व
  8.  कुंडली के छठे भाव का महत्व
  9.  कुंडली के सातवें भाव का महत्व
  10.  कुंडली के आठवें भाव का महत्व
  11.  कुंडली के नौवें भाव का महत्व
  12.   कुंडली के दसवें भाव का महत्व
  13.  कुंडली के ग्यारहवें भाव का महत्व
  14.  कुंडली के बरहवें भाव का महत्व
  15.  दशाफल कहने के नियम

ग्रहों के प्रभाव

  1. कुंडली में सूर्य का प्रभाव
  2. कुंडली में चंद्र का प्रभाव
  3. कुंडली में मंगल का प्रभाव
  4. कुंडली में बुध का प्रभाव
  5. कुंडली में बृहस्पति का प्रभाव
  6. कुंडली में शुक्र का प्रभाव
  7. कुंडली में शनि का प्रभाव
  8. कुंडली में राहु और केतु का प्रभाव

फलित ज्योतिष

  1. पुरुष कुंड्ली फल
  2. स्त्री कुंड्ली फल
  3. कुंड्ली में संतान व पुत्र योग
  4. कुंड्ली में विवाह योग
  5. कुंड्ली में स्वास्थ्य एवम रोग योग
  6. कुंड्ली में विद्या एवम नौकरी योग
  7. कुंडली में वाहन एवम मकान योग
  8. कुंडली में व्यापार एवम कारोबार रोजगार योग

ज्योतिष और धन

  1. पाराशरीय धनदायक योग 
  2. लग्नो के विशेष धनादायक ग्रह
  3. धन प्राप्ति में लग्न का महत्त्व 
  4. विपरीत राजयोग से असाधारण धन
  5. नीचता भंग राजयोग
  6. अधियोग से धनप्रप्ति
  7. स्वामिदृष्ट भाव से धनप्रप्ति
  8. कारकाख्ययोग से धनप्रप्ति
  9. सुदर्शन तथा धनबाहुल्य
  10. शुक्र और धन 
  11. व्यव्साय चुनने की पध्दति
  12. धन हानि योग

रत्न ज्योतिष

  1. सूर्य रत्न माणिक
  2. चंद्र रत्न मोती
  3. मंगल रत्न मूंगा
  4. बुध रत्न पन्ना
  5. बृहस्पति रत्न पुखराज
  6. शुक्र रत्न हीरा
  7. शनि रत्न नीलम
  8. राहु रत्न गोमेदक
  9. केतु रत्न लहसुनिया

ग्रह गोचर

  1. महादशा फल
  2. दशाफल कहने के नियम
  3. अन्तर्दशा फल कहने के नियम
  4. गोचर विचार
  5. गोचर फलादेश के सिद्धान्त
  6. गोचर ग्रहों का भ्रमण का फल
  7. शनि की साढ़े साती एक विवेचन

ग्रह शांति प्रयोग

  1. ज्योतिष तथा कर्म
  2. भक्ति द्वारा ग्रह शांति
  3. मंत्र द्वारा ग्रह शांति
  4. व्रत द्वारा ग्रह शांति
  5. दान द्वारा ग्रह शांति
  6. यंत्र द्वारा ग्रह शांति
  7. रत्नों द्वारा ग्रह शांति
  8. रंगों द्वारा ग्रह शांति
  9. औषधियों द्वारा ग्रह शांति
  10. ग्रहों की विशेषताएं
  11. रोग के लिये ग्रह शांति प्रयोग
  12. विवाह के लिये ग्रह शांति के प्रयोग
  13. विविध ग्रह शांति प्रायोग

ज्योतिष सीखें

  1. कुंडली का सामान्य फलित
  2. लग्न और लग्नेश
  3. नव ग्रहों के कारकत्व
  4. सूर्य लग्न, चंद्र लग्न और उदय लग्न के बलाबल
  5. अस्त ग्रह
  6. दशाफल
  7. कुंड्ली का वर्गीकृत फलित
  8. कुंडली से सुंदरता का आंकलन
  9. कुंडली से जीवनसाथी का चुनाव
  10. कुंडली से रोजगार का चुनाव
  11. संतान और संतान सुख
  12. कुंडली से रोगों का निर्णय
  13. रहस्यमय ग्रह है शनि
  14. आयु के कारक भाव और ग्रह
  15. भाग्योदय कब होगा ?
  16. राजयोग कैसे बनते हैं ?
  17. गोचर से फलित कैसे करें ?

हस्तरेखा विज्ञान

  1. हाथों की बनावट और प्रकार
  2. अंगूठे की बनावट और प्रकार
  3. हाथ की रेखाएं
  4. पर्वत उनकी स्थितियां व विशेषताएं
  5. उंगलियां एवं उंगलियों के जोड़
  6. नाखूनों द्वारा स्वभाव का ज्ञान
  7. जीवन रेखा
  8. हृदय रेखा
  9. मस्तिष्क रेखा
  10. भाग्य रेखा
  11. सूर्य रेखा
  12. विवाह रेखा और सन्तान रेखा
  13. स्वास्थ्य रेखा
  14. नक्षत्र चिह्न
  15. गुणन चिह्न
  16. बृहत् त्रिकोण और चतुष्कोण
  17. यात्रा रेखा | दुर्घटना रेखा
  18. हत्या | आत्महत्या करने वालों का हाथ
  19. पागलपन की विभिन्न अवस्थाएं
  20. समय विभाजन की विधि
  21. हाथ किस प्रकार देखना चाहिये

हस्तरेखा शास्त्र

  1. हस्तरेखा शास्त्र
  2. हाथ की बनावट एवम प्रकार
  3. हाथ, हथेली तथा उंगलियां
  4. अंगूठा तथा अंगूठे के भाग
  5. उंगलियां तथा उंगलियों के भाग
  6. हथेली के पर्वत
  7. हाथ की रेखाएं
  8. जीवन रेखा
  9. मस्तिष्क रेखा
  10. हृदय रेखा
  11. सूर्य रेखा
  12. भाग्य रेखा
  13. स्वास्थ्य रेखा
  14. विवाह रेखा
  15. गौण रेखाएं
  16. हस्त-चिन्ह
  17. काल निर्धारण
  18. समाज के विभिन्न वर्गों के हाथ

रोग ज्योतिष

  1. कुंड्ली में रोग देखने के स्वर्णिम सूत्र
  2. रोग कारक ग्रह राशि और भाव
  3. सूर्य सम्बंधित अंग और रोग
  4. चन्द्र सम्बंधित अंग और रोग
  5. मंगल सम्बंधित अंग और रोग
  6. बुध सम्बंधित अंग और रोग
  7. गुरू सम्बंधित अंग और रोग
  8. शुक्र सम्बंधित अंग और रोग
  9. शनि सम्बंधित अंग और रोग
  10. राहू सम्बंधित अंग और रोग
  11. केतु सम्बंधित अंग और रोग
  12. कुंडली में उदर रोग देखने के सूत्र
  13. कुंडली में यौन रोग देखने के सूत्र
  14. कुंडली में कैंसर रोग देखने के सूत्र
  15. कुंडली में हृदय रोग देखने के सूत्र
  16. कुंडली में मनोरोग देखने के सूत्र
  17. कुंडली में वाणी दोष देखने के सूत्र
  18. ज्योतिष शास्त्र में त्वचा संबंधी रोग
  19. कुंडली में गुर्दा रोग देखने के सूत्र
  20. पितृदोष और रोग विचार
  21. रोग शांति के लिये विशिष्ट उपाय
  22. कैंसर में प्रभावशाली उपाय
  23. रोगों के अनुसार रत्नों का चुनाव
  24. कुंडली में क्षय रोग देखने के सूत्र

दशाफल रहस्य

  1. ज्योतिष के मौलिक नियम
  2. दशाफल देखने के लिये कुछ अनुभूत सूत्र
  3. लग्नों के शुभ अशुभ ग्रह
  4. दशाफल देखने के लिये सुदर्शन का प्रयोग
  5. अन्तर्दशा की घटनाओं का निर्णय – 1
  6. अन्तर्दशा की घटनाओं का निर्णय – 2
  7. दशाफल रहस्य
  8. दशा और गोचर