सुखी जीवन के लिये टोटके और मंत्र

काम न मिलने पर

अगर आप कार्य की कमी से दुखी और परेशान रहते हैं और आप काफी हीन भावना का अनुभव करने लगे हैं तो यह सरल सा टोटका अपनायें! इसके प्रभाव से काम मिलने लगेगा।

एक बेदाग बड़ा सा पीला नींबू ले लो और उसके चार बराबर-बराबर टुकड़े कर लो। दिन ढले चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में फेंक दो। काम का अभाव समाप्त हो जायेगा। यह प्रयोग सात दिन तक नियमित करें।

रोजी प्राप्त होने का मंत्र

ॐ काली कंकाली महाकाली

भरे समुन्दर पवि प्याली

चार वीर भैरव

चौरासी तब तो पूजूं

पान मिठाई बोलूं

काली की दुहाई ।

विधि – नित्य स्नान करके इस मंत्र को 7 दिन 48 बार पूर्व मुख होकर जपे तो रोजगार में बहुत लाभ होवे ।

व्यापार उन्नति हेतु

जिन व्यापारियों का व्यापार चलते-चलते ठप्प हो गया हो या फिर लाख प्रयत्नों के पश्चात् भी चल न पा रहा हो वह इस टोटके को प्रयोग में लायें ।

प्रत्येक मंगलवार को पीपल के 11 पत्ते ले लें। उन पर लाल चन्दन से हर पत्ते पर राम-राम चार बार लिखें, इसके बाद हनुमान के मन्दिर में चढ़ा दें। इस क्रिया में नियमितता और शुद्धता अभीष्ट है। इसे गोपनीय भी रखें।

व्यापार में वृद्धि हेतु

अगर आप यह अनुभव कर रहे हैं कि लाख प्रयत्न करने पर भी आपका व्यापार उन्नति नहीं कर पा रहा है तो आप श्यामा तुलसी के चारों ओर उग आई खरपतवार को किसी पीले वस्त्र में बांध कर व्यापार स्थल पर रख दें। यह क्रिया केवल गुरुवार को ही करें।

बिक्री वृद्धि हेतु

हमारा व्यापारी वर्ग आम तौर पर बिक्री घटने या फिर बिक्री बाँध देने से अधिक चिन्तित रहता है। मेरे पास ऐसे व्यक्तियों की तादाद कम नहीं होती जो इस प्रकार की कठिनाई से पीड़ित होते हैं। अगर ऐसा कोई व्यापारी इस प्रकार की कठिनाई झेल रहा है तो वह इस टोटके को अपनाए। लाभ होगा।

रविवार के दिन गंगाजल ले लें। उसे 21 बार गायत्री मंत्र से अभिमन्त्रित कर लें, तत्पश्चात् उस जल को कार्यालय या दुकान की चारों दीवारों पर भलीभाँति छिड़क दें।

इसके बाद थोड़े साबुत काले उड़द ले लें। उन काले उड़दों पर 31 बार निम्न मंत्र का जाप करें और कार्यालय या दुकान के चारों ओर छिड़क दें। इस क्रिया के करने से दुकान में बिक्री बढ़ जाएगी और लाभ निरन्तर बढ़ता जायेगा। इस तांत्रिक क्रिया को कई बार दोहराना है। मंत्र निम्न प्रकार है-

“भंवर वीर तू चेला मेरा, खोल दुकान कहा कर मेरा ।

उठे जो डंडी बिके जो माल, भंवर वीर सों नहीं जाए।”

रहस्यमयी प्रयोग

सिन्दूर लगी हनुमान जी की मूर्ति के माथे का सिंदूर लेकर सीता जी के पांव में लगा दें और जो चाहिए वही निवेदन करें परन्तु यह निवेदन एक ही साँस में होना चाहिए। इस प्रयोग के प्रभाव से आप अवश्य ही प्रसन्न होंगे ।

भाग्यवर्धक सरल प्रयोग

एक बहुत ही सरल प्रयोग लिख रहा हूँ । सौभाग्य की कामना रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह पुरुष हो अथवा स्त्री यह प्रयोग कर सकता है । प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार से प्रारम्भ करना है। वैसे इस प्रकार के प्रयोगों के लिए मैं प्रायः ऐसा दिन चुनता हूँ कि उसकी समाप्ति ठीक दीवाली अथवा होली के दिन हो जिससे कि अन्तिम क्रिया इन दिनों की पूजा के साथ ही सम्पन्न हो जाए । तंत्र में इन दिनों का विशेष महत्त्व है ।

यह मैं पाठक की अपनी सुविधा पर छोड़ता हूँ कि वह किस समय से प्रारम्भ करें। सोमवार से लेकर रविवार तक यह प्रयोग कुल सात दिन का होता है । प्रत्येक दिन रात्रि को सोने से पूर्व कुछ सिक्के अपने सिरहाने रखकर सोएँ और प्रातः यह किसी दरिद्र को अथवा सुपात्र को दान कर दें । इस दान का विवरण इस प्रकार है।

  • यदि आप धन सम्पदा आदि पक्ष को लेकर यह प्रयोग कर रहे हैं तो रात्रि को पैसे रखकर प्रातः यह दान कर दें ।
  • स्वास्थ्य के लिए यदि यह प्रयोग किया जा रहा है तो प्रातः यह पैसे किसी ऐसे स्थान अथवा व्यक्ति को दान करें जो उनका उपयोग निःस्वार्थ किसी की चिकित्सा के लिए कर रहा हो ।
  • दाम्पत्य सुख के लिए करने वाले प्रयोग में इन पैसों से उस पूरे सप्ताह में किसी सुहागिन स्त्री को किसी दिन भोजन करवा दें।
  • बच्चे की शिक्षा सम्बन्धी चिन्ता के लिए यह पैसा किसी असहाय विद्यार्थी की सहायता में लगा दें ।
  • विवाह न होने सम्बन्धी अड़चन के लिए इन पैसों से प्रातः गुड़ खरीदकर सातों दिन रोटी पर रखकर गाय को स्वयं खिला दें ।
  • नपुंसकता दूर करने के लिए यह पैसे एक साथ जमा करके किसी भी दिन हिजड़े को दान करके उसकी दुआएं लें ।
  • कोढ़ी को किया गया दान न्याय सम्बन्धी कार्यों में शुभ सिद्ध होता है।
  • अकारण जेल गए किसी व्यक्ति के लिए यह प्रयोग यदि उसके निकट खून के सम्बन्धी द्वारा करवा दिया जाए तो उसके लिए सौभाग्यशाली सिद्ध होता है ।

इन पैसों से एक कम्बल खरीद कर रख लें । सर्दी में किसी अमावस्या की ठिठुरती हुई रात्रि में यह चुपचाप किसी सोते हुए असहाय व्यक्ति के ऊपर डाल दें । नित्य प्रातः इन पैसों से गुड़ चना खरीद कर बन्दरों को खिला दें, चावल खरीदकर चिड़ियों को डाल दें अथवा बूरा- चीनी तथा आटा खरीद कर चीटियों के लिए डाल दिया करें। इन सबसे सौभाग्य में वृद्धि होती है ।

कार्य से भागने पर

प्रायः देखा गया है, कि व्यक्ति या बच्चा पूर्णत: कार्यकुशल होने पर भी काम से दिल चुराता है। उसकी उपस्थिति की मात्रा में अनुपस्थिति कहीं अधिक होती है। ऐसे हालात में बड़ी कुण्ठा उत्पन्न होती है। मन्द बुद्धि हो, अक्षम हो या कार्य उपलब्ध ना हो तो बात समझ में आती है, पर कार्य कुशल होने पर पूर्णतः सक्षम होने पर और कार्य उपलब्ध होने पर भी अनुपस्थित होना या कार्य ना करना यह बात काफी भयानक नजर आती है। ऐसी जटिल परिस्थिति में आप यह टोटका अपनायें। अवश्य ही लाभ होगा।

रविवार के दिन शराब की एक बोतल ले लें। सर्वप्रथम उसे भैरव पर अर्पण करें। उसके बाद उस बोतल को सात बार उस पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से उतार कर किसी को दान दे दें या फिर दिन ढले किसी चौराहे पर, मरघट में या पीपल के पेड़ के नीचे रख दें। आप परिस्थिति में तुरन्त सुधार अनुभव करेंगे ।

सुखी जीवन के लिये टोटके और मंत्र

घरेलू झगड़े होने पर

घर में प्रायः क्लेश रहने पर, लगातार अशान्ति का वातावरण रहता हो तो इस टोटके को अपनाएँ, लाभ होगा। टोटका इस प्रकार है:-

घर में गेहूँ का आटा केवल सोमवार या शनिवार को ही पिसवाएँ । पिसवाने से पहले उसमें 100 ग्राम चने डाल दें। इस प्रकार करने से शनै: शनैः क्लेश समाप्त हो जायेगा और प्यार उत्पन्न होगा।

पति वशीकरण के लिए

जिन स्त्रियों के पति बात बेबात के झगड़ते रहते हों, या फिर कुसंगति के कारण किसी गलत स्त्री या व्यक्ति के चंगुल में फंस गए हो तो वह निम्न टोटका प्रयोग में लाएँ प्रभु कृपा से हर समस्या सुलझ जाएगी और जीवन सुखमय हो जाएगा।

बृहस्पतिवार और शुक्रवार की रात बारह बजे पति की चोटी के स्थान से कुछ बाल चुपचाप काट लें और उन्हें अपने पास रख लें। पति की बुद्धि सुधर जाएगी और वह वश में हो जाएगा, अगर वह फिर भी वश में न हो तो उन बालों को जला दें और बाहर फेंककर पैरों से रगड़ दें। इस प्रकार करने से सब ठीक हो जायेगा ।

वशीकरण तन्त्र

प्रायः मेरे अनुभव में ऐसे स्त्री, पुरुष नवयुवक और नवयुवतियाँ आती हैं जो आपस में झगड़े, मन मुटाव को लेकर काफी चिन्तित और परेशान रहती हैं। इस बात का सबसे दिलचस्प भाग यह है कि वह स्वयं झगड़ें या मन-मुटाव का कारण नहीं बता पाते। यह केवल इतना ही कहते हैं, कि बस हम आमने सामने बैठें कि झगड़ा शुरू। ऐसे व्यक्तियों के लिए मैं नीचे एक अनुभूत सरल तांत्रिक टोटका लिख रहा हूँ। लाभ उठावें ।

शनिवार की रात 7 फूलदार लौंग ले आओ। उस पर 21 बार जिस व्यक्ति को वश में करना है उसका नाम लो और केवल हर रविवार एक लवंग आग में भस्म करते रहो। यह क्रिया 7 रविवार तक करना है। इस क्रिया को मासिक धर्म के मध्य ना करें अन्यथा हानि हो सकती है।

पति को वश में करने हेतु

जिस स्त्री का पति लम्पट हो और कई स्थानों पर उसके यौन सम्बन्ध हों तो पत्नी के लिये यह स्थिति बड़ी विडम्बना वाली होती है। ऐसी स्त्री स्वयं का तथा समाज का हित करने के लिये यह प्रयोग करें।

स्त्री अपने पति का ध्यान रखे और जब उसका पति भूमि पर पेशाब करके जाये तो वह स्त्री उस मूत्र की हुई जगह से थोड़ी सी मिट्टी अपने पाँचों नाखूनों की चुटकी बना करके उठा ले ।

इसके बाद किसी कुम्हार का स्थान देख करके वहाँ जाये तथा चोरी से चाक के ऊपर से थोड़ी-सी मिट्टी अपने पाँचों नाखूनों की चुटकी बना करके उठा ले और घर आ जाएं।

अब दोनों तरह की मिट्टी मिला करके एक गोली बनावें तथा इस गोली में एक छिद्र भी कर दें। जो कि आर-पार हो । इस छेद में एक काला धागा डाल करके घर के दरवाजे के ऊपर लटका दें। जब उसका पति द्वार के भीतर चला जाय तो उस धागे तथा गोली को उतार करके पृथ्वी में गड्ढा खोद करके गाड़ दें ।

इस प्रयोग के करने से पति जीवन भर पत्नी के वश में रहता है तथा कहीं और जाने पर उसकी इन्द्री शिथिल ही रहेगी ।

शराब की लत दूर करने के लिये

अनेक परिवारों में घर के किसी सदस्य द्वारा अत्यधिक शराब अथवा अन्य नशे के उपयोग के कारण उपजे तनाव को दूर करने के लिए उस व्यक्ति को दांए हाथ की मध्यमा में चांदी की अंगूठी में एक बड़े से बड़ा कटैला रत्न (Amythyst) पहना दें ।

उसकी नशे की लत छूट इसके लिए एक सरल-सा टोटका लिख रहा हूँ। वह व्यक्ति जब कभी नशे में धुत्त होकर घर लौटे और सोने से पहले तक अकस्मात उसका जूता अथवा चप्पल उल्टी हो जाए तो उसके सोने के बाद वह चुपके से उठाकर घर के बाहर सात बार जमीन पर पटक कर वृणा से उस पर थूकें ।

अब उस जूते अथवा चप्पल के भार के लगभग बराबर आटा निकाल कर नशे में सोए हुए आदमी के ऊपर से सात बार उतारें और सम्भाल कर रख दें। सुबह उस आटे की रोटी बनाकर कुत्ते को खिला दें । व्यक्ति की मानसिकता पर निश्चित रूप से अन्तर पड़ने लगेगा । प्रभाव कम हो तो यह प्रयोग पुनः दोहराते रहें ।

प्रेमोन्माद

यदि किसी पुरूष में तथा स्त्रों में प्रेम परस्पर बहुत बढ़ जाये और सामाजिक नियमों का उल्लंघन होने की स्थिति आ जाये तथा किसी कारणवश उनकी शादी भी सम्भव न हो। हो सकता है कि वह शादी-शुदा होकर दूसरे घरों से हो अर्थात् पुरुष की पत्नी भी हो तथा स्त्री का पति भी हो । चाहे कारण जो भी हो यह प्रेमोन्माद जब असह्य हो जाये तो एक व्यक्ति यह प्रयोग करे ।

एक ऐसी कब्र तलाश करें जिसके ऊपर एक संगमरमर का पत्थर लगा हो। इस पत्थर के ऊपर कब्र में सो रहे व्यक्ति का विवरण होगा। इस पत्थर को फोड़ लायें । इसे चन्दन की भाँति जल में घिसे । इस जल को किसी अन्य पेय पदार्थ में मिला करके उस स्त्री तथा पुरुष को अलग अलग पिला दें। इस प्रयोग के करते ही अर्थात उस जल को पीते ही उनका प्रेमोन्माद समाप्त हो जायेगा ।

दिल का डर

कभी-कभी व्यक्ति को अकारण ही डर लगने लगता है। वह आसपास अनजानी आकृतियों का भ्रम देखता है । उसे लगता है कि उसे कोई मार न डाले या कोई दुःखद घटना होने वाली है । उसके शत्रु बहुत अधिक हैं जो कि उसे हानि पहुँचा रहे हैं तो शनिवार के दिन सवा पाव काले तिल, काले कपड़े में बाँधकर अपने ऊपर से सात बार घुमाकर नदी में फेंक आएं ।

एक तांबे के लोटे में शुद्ध एवं स्वच्छ जल भरके, रात्रि को सोते समय अपनी चारपाई के सिर के तरफ नीचे रख दें । इस जल में गुड़हल का पुष्प, थोड़ा-गुड़ डालकर ढक करके रखें, प्रातः स्नान करके वह लोटा उठा कर उसमें रखे, जल एवं सामग्री को सूर्य देवता की तरफ मुख करके अर्पण करे अर्थात धीरे-धीरे जल गिरा दें।

सोमवार के दिन सुनार के पास जाकर एक तोला चाँदी का चन्द्रमा बनवाकर लाएं। इसे दूध से धोएं और वह दूध कुत्ते को जो कि काला हो, पिला दें।

सफेद धागे की सात तारें मिलाकर धागा बटें एवं उस धागे में चन्द्रमा डाल कर गले में पहन लें तो भगवद् कृपा से दिल को मजबूती प्राप्त होती है तथा बहुत से अनिष्ट स्वयं ही समाप्त हो जाते हैं ।

बीमारी

किसी व्यक्ति को बहुत समय से कोई बीमारी चली आ रही हो और दवा आदि से लाभ न हो रहा हो तो शनिवार की रात्रि को बेसन की एक रोटी बनावें और उस पर सरसों का तेल चुपड़ कर रोगी के ऊपर से सात बार घुमा कर उतारें। इसके बाद काले कुत्ते को वह रोटी खिला दें। सावधानी यह रखें कि कुत्ता काला ही हो तथा केवल कुत्ता ही हो, कुतिया नहीं ।

प्रबल वशीकरण

रविवार वाले दिन जब पुष्प या हस्त नक्षत्र पड़े तब अपराजिता लता पर खिले हुए समस्त पुष्पों को तोड़ कर रख लें ।

यदि सूर्य ग्रहण या चन्द्र ग्रहण का अवसर हो तो इसकी मूल का संग्रह कर लें ।

अब कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली अष्टमी या चतुर्दशी को जब शनिवार पड़े या बुधवार पड़े तो किसी शिवालय में जाकर संग्रह की गई सामग्री को पीस कर गोली बना लें । इस गोली को छाया में ही सुखाएं। इस प्रयोग को करते समय श्वेत वस्त्र धारण किये रहें ।

इस गोली के सूखने पर सम्भाल कर रख लें और जब भी किसी से दास की भाँति कार्य करवाना हो तब इस वटी को घिस कर माथे में तिलक लगा लें तो साधारण पुरुष या स्त्री की बात ही क्या, जब प्रबल शत्रु भी हाँ जी, हाँ जी करने लगेंगे ।

जब बहुत बड़ी भीड़ को मोहित करना हो तब इस वटी को ही मुख में जिह्वा के नीचे रख लेने से युद्ध भी समाप्त हो जाता है, फिर साधारण भीड़ की तो बात ही क्या कहें ?

क्रिस्टल बाल

यह बिल्लोर से बनती है और काँच की भांति होती है । इसे क्रिस्टल बाल अर्थात बिल्लोर की गेंद कहते हैं क्योंकि यह गेंद की भांति होती है । यह भी एक प्रकार का पत्थर होता है और इसके चमत्कारी प्रभावों के ही इसे तन्त्र में स्थान दिलाया है। इसके चमत्कारी गुणों से प्रभावित होकर अब इसके ऊपर अपने ईष्ट के मन्त्र की खुदाई करवाते हैं और प्राण प्रतिष्ठा करवा करके पूजा गृह में स्थापित करते हैं। यह क्रिया भी इसके गुणों के कारण विशेष प्रभाव दिखाती है।

आप को स्मरण करवाऊँ । आपने बचपन में अपने दादा-दादी या नाना-नानो से जादुई कहानियाँ सुनी होंगी और उस कहाना में एक जादूगर का भी चरित्र सुना होगा। जब उसे कुछ जानना होता था तो वह एक गोला लेकर बैठ जाता था और उस गोले से कहता था – ‘ बता मेरे जादुई गोले ! इस वक्त राजकुमारा कहाँ हैं ?’ और गोले के ऊपर आजकल के दूरदर्शन का भांति चित्र आने लगते थे। इन चित्रों से राजकुमारी की स्थिति का पता करके जादूगर अन्य प्रयोग करता था ।

उपरोक्त वार्ता में मुख्य विषय है ‘जादुई गोला’ । आपको इस जादुई गोले का परिचय दे रहा हूँ । ध्यान से समझ लें कि यह जादुई गोला कोई कोरी कल्पना ही नहीं थी वास्तव में जादुई गोला था और है। यह जादुई गोला कुछ और नहीं बल्कि क्रिस्टल बाल ही था । इसके चमत्कारों को देखकर इसे क्रिस्टल गेजिंग भी कहा जाने लगा है। क्रिस्टल गेजर का मतलब गुप्त रहस्य प्रस्तुत करने वाले से है ।

क्रिस्टल बाल के चमत्कारी प्रभावों से वशीभूत होकर सम्मोहन विशेषज्ञों ने इसे हिप्नोटाइज करने का प्रमुख साधन बनाया और वास्तव में ही यह बाल इस सम्मान के योग्य भी थी ।

यदि आप क्रिस्टल गेजिंग करना चाहें तो एक बेदोश क्रिस्टल बाल प्राप्त कर लें और इस पर त्राटक का अभ्यास करें और इस जादुई गोले की चमत्कारी योग्यता से स्वयं ही परिचित हो जायेंगे ।

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