फेंग शुई टिप्स

फेंग शुई टिप्स फेंग शुई चीन की एक विद्या है तो पिरामिड मिस्र की देन है। ये दोनों ही मानव कल्याण के लिए हैं। फेंग शुई दो शब्द – फेंग और शुई से मिलकर बनी है। यह चीन की वास्तु शास्त्रीय पद्धति है। चीनी भाषा में फेंग का अर्थ है Read more…

स्फटिक और पारद के उपाय

स्फटिक और पारद के उपाय ईश्वरीय शक्ति एवं प्रकाश से भरपूर स्फटिक (Crystal) का प्रयोग सदियों से ही हमारे संत महात्मा एवं सिद्ध व्यक्ति अपनी प्राण ऊर्जा को विकसित करने तथा नकारात्मक भावनाओं, वातावरण एवं रोगों से बचने के लिए विविध तरीकों से करते रहे हैं। एक सामान्य व्यक्ति के Read more…

ज्योतिष में शंख के उपाय एवम प्रयोग

ज्योतिष में शंख के उपाय एवम प्रयोग हर मंगल कार्य का प्रारंभ शंख ध्वनि से होता है क्योंकि शंख ध्वनि से काल कंटक दूर भागते हैं और चारों ओर का वातावरण परिशुद्ध हो जाता है। भारतीय धर्म शास्त्रों में शंख का स्थान विशिष्ट एवं महत्वपूर्ण है। शंख का अर्थ है Read more…

यंत्र पूजा के रहस्य और लाभ

यंत्र पूजा के रहस्य और लाभ प्रस्तुत पोस्ट में यंत्रों के बारे में विस्तृत व्याख्या, यंत्रों की उत्पत्ति, उपादेयता, धारण विधि, मंत्र, मुहूर्त व लाभ आदि के बारे में जानकारी दी गयी है। इस पोस्ट के अध्ययन से पाठक अनेक रहस्यों से परिचित होंगे तथा इनकी उपयोगिता को समझने में Read more…

रुद्राक्ष की सम्पूर्ण जानकारी

रुद्राक्ष की सम्पूर्ण जानकारी प्रस्तुत पोस्ट में सभी प्रकार के रुद्राक्षों का वर्णन धारणविधि, मंत्र, विनियोग, रहस्य आदि का विस्तृत विवरण है। रुद्राक्ष की उत्पत्ति पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार रुद्राक्ष के जन्मदाता स्वयं भगवान् शिव हैं। इसका प्रमाण लिंग पुराण, स्कन्दपुराण, शिव पुराण, अग्नि पुराण आदि ग्रन्थों में मिलता है। Read more…

लाल किताब के उपाय

लाल किताब के उपाय किंवदंती है कि लंकाधिपति रावण ने सूर्य के सारथि अरुण से इस इल्म का सामुद्रिक ज्ञान संस्कृत में ग्रंथ के रूप में ग्रहण किया था। रावण की तिलिस्मी दुनिया समाप्त होने के पश्चात् यह ग्रंथ किसी प्रकार आद नामक एक स्थान पर पहुंच गया जहां इसका Read more…

लाल किताब आधारित दोष एवं उसके उपाय

लाल किताब आधारित दोष एवं उसके उपाय भारतीय ज्योतिष में फलकथन की अनेक पद्धतियां हैं जिनमें लाल किताब पद्धति सर्वाधिक प्रचलित है। उत्तर भारत में विशेषकर पंजाब प्रांत में लाल किताब अधिक लोकप्रिय हुई। इसमें वर्णित सहज सरल उपाय इसकी लोकप्रियता के मुख्य कारण हैं। आज की जीवन शैली में Read more…

रत्नों का बीमारियों पर प्रभाव

रत्नों का बीमारियों पर प्रभाव माणिक्य अजीर्ण : जिस व्यक्ति ने वर्मा के माणिक्य को सोने की अंगूठी में धारण कर रखा हो, वह कुनकुने पानी में अंगूठी को 13 मिनट तक हिलाए एवं उस पानी को पी ले। यदि यह बीमारी ज्यादा पुरानी हो, तो ककड़ी के रस में Read more…

उपरत्नों का महत्व ऐवम उपयोग

उपरत्नों का महत्व ऐवम उपयोग उपरत्न : नीली नीलम का सर्वश्रेष्ठ उपरत्न नीली है, श्रेष्ठ नीली पूर्णरूपेण पारदर्शक तथा कुछ श्याम सी आभा लिए हुये नीले रंग की होती है। दोष युक्त नीली धारण करना श्रेष्ठ नहीं होता। यह रत्न देखने से काँच का आभास होता हैं, लेकिन यदि इसे Read more…

नव ग्रहों के रत्न और उनके गुण दोष

माणिक्य भगवान सूर्य को ग्रहराज कहा जाता है, इन्हीं के प्रताप से मानव जीवन का विकास होता है. कुण्डली में सूर्य की क्षीण स्थिति को शक्तिपूर्ण बनाने के लिए सूर्यरत्न माणिक्य धारण के लिए परामर्श दिया जाता है। माणिक्य एक अत्यधिक मूल्यवान तथा शोभायुक्त रत्न है । ऐसा विश्वास है Read more…