अधिकांशतः व्यक्ति के दो नाम होते हैं। एक राशि का और दूसरा प्रचलित नाम होता है। मंगल कार्यों में, यात्रा का मूहूर्त निकालने में तथा राशि फल का विचार करते समय राशि नाम को लेना चाहिए। अन्य बातों में प्रचलित नाम । परन्तु जिनको जन्म के समय व तारीख का पता नहीं है तब उनके प्रचलित नाम से ही विचार किया जाता है। इसी प्रकार अंक ज्योतिष में भी जिनकी जन्म की तारीख का पता नहीं होता तब उनके नाम के अक्षरों से काम चलाया जाता है।
इस विषय पर सभी पुस्तकें पाश्चात्य विद्वानों द्वारा लिखी होने से अंग्रेजी के अक्षर निर्धारित हैं। उसी आधार पर नाम के अक्षरों को अंको में किस प्रकार परिवर्तित किया जाता है, इस हेतु एक तालिका दी जा रही है। इसमें कीरो के मत से क्या अंक निश्चित हैं और सेफेरियल के कबाला आफ नम्बर्स के अनुसार क्या अंक निश्चित हैं, यह दोनों ही बताये गए हैं।
नाम कौन सा लेना चाहिए इस विषय में मत यह है कि जिस नाम को सुनकर मनुष्य सोते से जाग जाय वही नाम इस गणित में लेना चाहिए और वह व्यक्ति अपने नाम को दस्तखत करते समय जिस प्रकार लिखता है उसी प्रकार से नाम को लिखकर अंको में परिवर्तित करना चाहिए ।
एक से 9 तक के अंको के लक्षण तथा प्रभाव मूलांक में बताये जा चुके हैं। अब 10 से 70 तक के अंको के प्रभाव व लक्षण बताये जा रहे हैं।
10. यह प्रतिष्ठा तथा आत्म विश्वास का अंक है। इस अंक वाला व्यक्ति अपनी इच्छानुसार बुराई या भलाई के लिए विख्यात होगा। ऐसे व्यक्ति की इच्छाएँ तथा महत्वाकांक्षाएँ पूरी होती हैं।
11. यह शुभ अंक नहीं है। ऐसे व्यक्ति को अन्य लोगों से भय, धोखा आदि की आशंका रहती है। असंभावित स्थानों से भी अचानक धोखा होता है।
12. यह अंक मानसिक चिन्ता तथा कष्ट का द्योतक है तथा अन्य लोग अपनी कार्य साधना के लिये एवं स्वार्थपूर्ति हेतु इनके हितों की बलि चढ़ा देते हैं।
13. इस अंक वाले व्यक्ति के इरादों और कार्य में सदैव परिवर्तन होता रहेगा। स्थान परिवर्तन भी हो सकता है। बहुत से लोगों की यह धारणा है कि यह अशुभ अंक है, परन्तु वास्तव में ऐसी बात नहीं है। 13 ऐसी शक्ति का प्रतीक है जो यदि उचित रूप से प्रयुक्त की जाए तो लाभकारी हो सकती है।
14. इस अंक से गति तथा जन एवं वस्तु की समुदायात्मक प्रवृत्ति प्रकट होती है। आंधी, पानी, तूफान, अग्नि, भूकम्प आदि भय की आशंका रहती है। कार्य परिवर्तन, धन तथा सट्टे के लिये यह अंक शुभ है। किन्तु अन्य मनुष्यों की गलती से जातक को कुछ भय की आशंका रहती है
15. यह मन्त्र शास्त्र या रहस्य से सम्बधित अंक है। यदि किसी के नाम के एक शब्द के अंको का योग 15 आवे तो शुभ होता है। दूसरों से धन प्राप्ति के लिये यह अंक शुभ है। इस अंक वाले व्यक्ति संगीत तथा कला के प्रेमी और अच्छे वक्ता होते हैं।
16. इस अंक वाले व्यक्ति जीवन में बहुत उन्नति करते हैं, किन्तु बाद में उनके अध: पतन की आशंका रहती है। इनको दुर्घटना से बचना चाहिए। यह लोग बहुत महत्वाकांक्षी होते हैं। परन्तु इनकी सारी महात्वाकांक्षाएँ पूर्ण नहीं होती हैं।
17. यह अंक आत्मिक शक्ति से संबंध रखता है। इस अंक वाले व्यक्ति कठिनाइयों और विपत्तियों को पार कर नाम और यश कमाने में सफल होते हैं। उनके जीवन के बाद भी उनकी कीर्ति रहती है। यह शुभ अंक है।
18. इस अंक से कलह और शत्रुता प्रकट होती है। इस अंक वाला व्यक्ति कुटुम्ब की कलह तथा अन्य जनों की शत्रुता से पीड़ित रहता है। प्रायः ऐसे व्यक्ति शत्रुता द्वारा तथा ध्वंसात्मक प्रवृत्तियों द्वारा भी धन कमाने में प्रवृत्त होते है ।
19. यह शुभ अंक है। यह सूर्य का प्रतीक है। इससे हर्ष, सफलता, प्रतिष्ठा तथा मान-सम्मान वृद्धि प्रकट होती है।
20. इस अंक को भी शुभ माना गया है। यह अंक जाति तथा न्याय का प्रतीक है । इससे नवीन योजनायें तथा नई महत्वाकांक्षाएँ प्रकट होती हैं। किन्तु सफलता निश्चित होगी यह नहीं कहा जा सकता। कार्य में बाधायें तथा बिलम्ब होता है।
21. इससे उन्नति, प्रतिष्ठा, पदवृद्धि, आदि प्रकट होती है। कार्य की सफलता प्रकट होती है।
22. इस अंक वाला व्यक्ति बहुधा स्वप्न की दुनिया में रहता है। मिथ्या आशाओं में अपना समय बरबाद करता रहता है और जब विपत्ति बिल्कुल सिर पर आ जाती है तब चौकन्ना होता है। इस अंक से यह भी प्रकट होता है कि जो धारणा बना रखी है वह मिथ्या है।
23. उच्च अधिकारियों की कृपा या अपने से श्रेष्ठ जनों की सहायता द्वारा उन्नति तथा सफलता प्रकट होती है।
24. यह शुभ अंक है। अपने कार्य में उच्च पदाधिकारियों के सहयोग तथा उनकी सहायता व्यक्त होती है। किसी पुरूष को किसी महिला के प्रेम तथा सहायता से और किसी स्त्री को किसी पुरुष (पति, पिता, भाई या अन्य व्यक्ति) के स्नेह तथा सहायता से लाभ होता है। यह अंक प्रश्न में भी फल शुभ है।
25. इससे प्रकट होता है कि अनुभव द्वारा शक्ति एकत्रित होगी और दूसरों की गति विधियाँ देखने से लाभ होगा। प्रारम्भिक जीवन में बहुत संघर्ष और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तब कहीं जाकर सफलता प्राप्त होती है। भविष्य विषयक प्रश्न में इसका परिणाम शुभ है।
26. दूसरों के संयोग या सहयोग से भारी विपत्ति तथा आशंका प्रकट होती है। दूसरों की सलाह, संयोग, साझेदारी विवाह तथा सट्टे आदि से घाटा या भारी नुकसान होने का अन्देशा जाहिर होता है ।
27. इससे हुकूमत तथा उच्चाधिकारिता प्रकट होती है। बुद्धि चातुर्य के फलस्वरूप अच्छे परिणाम निकल सकते हैं। ऐसे व्यक्तियों को अपने स्वयं के विचारों को कार्यान्वित करना चाहिये । भविष्य प्रश्न में यह संख्या बहुत शुभ फल सूचित करती है।
28. इस संख्या से दो विरूद्ध दशा में जाने वाली शक्तियाँ सूचित होती हैं। ऐसे व्यक्तियों को अपने कार्य से बहुत प्राप्ति तथा सफलता की आशा होती है परन्तु यदि यह सावधानी न बरतें तो उनके पल्ले कुछ नहीं पड़ता। दूसरों में अन्धविश्वास रखने से, व्यापार में प्रतियोगियों के विरोध से, अदालत, मुकदमें या कानूनी कार्यवाही के फल स्वरूप घाटे की संभावना रहती है। भविष्य विषयक प्रश्न में इस संख्या से शुभ परिणाम प्रकट नहीं होता ।
29. इस अंक से अस्थिरता या अनिश्चित स्थिति प्रकट होती है। ऐसे व्यक्ति के मित्र विश्वास के योग्य नहीं होते और उनके कारण उसे अचानक, धोखा, भय, कष्ट और हानि की संभावना बनी रहती है। इस अंक वाले पुरुषों को स्त्रियों से और पुरुषों से धोखा या कष्ट उठाना पड़ता है।
30. ऐसे व्यक्ति अत्यन्त बुद्धिमान तथा प्रतिभा सम्पन्न होते हैं और आर्थिक संचय की और विशेष ध्यान न देकर विद्या संचय की ओर चित्त वृत्ति तथा बुद्धि को लगाते हैं। इस कारण इस अंक को न शुभ कह सकते हैं न अशुभ ।
31. इस संख्या का भी प्रायः वही फल है जो 30 का है। बल्कि इस संख्या वाला व्यक्ति और भी एकाकी और अर्न्तमुखी वृत्ति वाला सबसे दूर और अलग रहने की प्रवृत्ति के कारण सांसारिक सफलता से हीन ही रहता है। इस कारण यह संख्या शुभ नहीं है।
32. इस अंक में भी वह चमत्कार है जो 5 या 14 की संख्या में है। इसे बहुत व्यक्तियों या राष्ट्रों का समुच्चय या समुदाय इंगित होता है। इस संख्या वाला व्यक्ति अपने इरादों को स्वयं कार्यान्वित करे तो उसे सफलता मिलेगी। परन्तु यदि वह अन्य व्यक्तियों की जिद या मूर्खता पूर्ण सलाह को मान्यता देगा तो सफलता प्राप्त नहीं होगी । भविष्य विषयक प्रश्न में यह संख्या शुभ है।
33. इस संख्या की अपनी कोई विशेष शक्ति नहीं है। इसका प्रभाव 24 की संख्या जैसा है ।
34. इसका प्रभाव 25 की संख्या जैसा है।
35. इसका प्रभाव 26 की संख्या जैसा है।
36. इसका प्रभाव 27 की संख्या जैसा है।
37. यह विशेष शक्ति सम्पन्न संख्या है। ऐसे व्यक्ति को प्रेम तथा मित्रता दोनों में भाग्योदय प्राप्त होता है। ऐसे व्यक्ति किसी की साझेदारी में काम करें तो उन्हें उसमें भी लाभ होता है।
38. इस संख्या का प्रभाव 29 के समान है।
39. इसका प्रभाव 30 की संख्या जैसा है।
40. इसका प्रभाव 31 की संख्या जैसा है।
41. इसका प्रभाव 32 की संख्या जैसा है।

नमस्कार । मेरा नाम अजय शर्मा है। मैं इस ब्लाग का लेखक और ज्योतिष विशेषज्ञ हूँ । अगर आप अपनी जन्मपत्री मुझे दिखाना चाहते हैं या कोई परामर्श चाहते है तो मुझे मेरे मोबाईल नम्बर (+91) 7234 92 3855 पर सम्पर्क कर सकते हैं। धन्यवाद ।
42. इसका प्रभाव 24 की संख्या जैसा है।
43. यह अशुभ संख्या है। असफलता, बाधा, लड़ाई झगड़ा, गड़बड़, क्रांति आदि अशुभ परिणाम होते हैं।
44. इसका प्रभाव 26 के समान है।
45. इसका प्रभाव 27 की संख्या जैसा है।
46. इसका प्रभाव 37 की संख्या जैसा है।
47. इसका प्रभाव 29 की संख्या जैसा है।
48. इसका प्रभाव 30 की संख्या जैसा है।
49. इसका प्रभाव 31 की संख्या जैसा है।
50. इसका प्रभाव 32 की संख्या जैसा है।
51. इस संख्या में बहुत शक्ति है। इससे साहस तथा विजय का संकेत मिलता है। ऐसे व्यक्ति जो भी कार्य करें उसे सफलता प्राप्त होती है। सैनिक के लिये यह विशेष शुभ है। नेताओं के लिये भी सफलता सूचक है। किन्तु इस संख्या वाले के बहुत से शत्रु भी होते हैं। उनसे भय तथा शारिरिक कष्ट की भी आशंका रहती है।
52. इसका फल 43 के समान है।
53. इस अंक वाला व्यक्ति गुप्तचर का कार्य अच्छा कर सकता है। सैनिक नेतृत्व में भी सफलता प्राप्त होती है। यह अंक उन्नति सूचक है।
54. इस अंक वाले व्यक्ति को बहुत प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। वह वाग्मी, धनवान, तथा विद्वान होता है । परन्तु उसके लंगड़े होने की संभावना रहती है।
55. यह नेतृत्व का अंक है। ऐसा व्यक्ति प्रखर बुद्धि का तथा धार्मिक विचार का होता है और अन्य जनों का नेतृत्व करता है।
56. यह अंक शुभ तथा अशुभ दोनों है। ऐसा व्यक्ति सौभाग्यशाली होता है तथा दूसरों पर हुकूमत करने की चेष्टा करता है । परन्तु कई बार उसकी आकांक्षाएँ निम्न प्रकार की होती हैं। वह घबराया हुआ तथा बैचेन सा रहता है। इसे आत्म संयम का उपयोग करना चाहिये ।
57. यह अंक कार्य व्यवसाय में सफलता का सूचक है। ऐसा व्यक्ति खुश मिजाज व क्रियाशील होता है।
58. इस अंक वाले व्यक्ति अच्छे चिकित्सक हो सकते हैं। यह लोग स्पष्ट व्यवहार करने वाले होते हैं और दूसरों से स्नेह करते हैं ।
59. इस अंक वाले व्यक्ति की भय और विपत्तियों से सदैव रक्षा होती रहती है। ऐसा व्यक्ति बहुत प्रकार के व्यवसाय करता है और यात्रा भी बहुत करता है। जल यात्रा विशेष सफलता की द्योतक है। यदि बैंक या दलाली का काम करे तो भी पूर्ण सफल होता है। ऐसे व्यक्ति में थोड़ी बेईमानी की प्रवृत्ति भी होती है। ऐसा व्यक्ति प्रायः विजय प्राप्त करता है और दीर्घजीवी होता है। दोष यही है कि इसकी सट्टे और बेईमानी की ओर प्रवृत्ति होती है।
60. इस अंक वाला व्यक्ति खुश मिजाज होता है और उसे डाक्टर, कम्पाउण्डर, नर्स आदि के कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
61. इस अंक वाला व्यक्ति यात्रा का शौकीन शान्ति प्रिय तथा आत्म संयमी होता है।
62. इसका प्रभाव 53 अंक के समान है।
63. इस अंक वाले व्यक्ति स्वस्थ, दुसरों की उन्नति चाहने वाले तथा उपकार के कार्य करने वाले होते हैं। प्राचीन सामाजिक प्रथाओं के संशोधनों की ओर इनका विशेष ध्यान रहता है। व्यापार में भी सफल होते हैं किन्तु फिजूलखर्च भी होते हैं।
64. इस अंक वाले व्यक्ति को व्यापार की अपेक्षा नौकरी या अपना पेशा जैसे डाक्टर वकालत आदि विशेष लाभप्रद होती है। साहित्यिक प्रवृत्ति भी होती है। वैवाहिक जीवन के बन्धन से अरूचि होती है।
65. इस अंक वाले व्यक्ति को बड़े मनुष्यों का आश्रय प्राप्त होता है। वैवाहिक जीवन भी सुखमय होता है, किन्तु चोट लगने या दुर्घटना की आशंका भी होती है ।
66. इसका प्रभाव 57 के समान है।
67 इसका प्रभाव 58 के समान है।
68 इसका प्रभाव 59 के समान है।
69. इस अंक से सम्मान, प्रतिष्ठा, सौभाग्य तथा कीर्ति सूचित होती है ।
70. यह सौभाग्य सूचक अंक है । परन्तु बहुत शक्तिशाली नहीं है।
ऊपर जो अंकों का विवरण दिया गया है वह कीरो के मत से है और यही मत चाल्डियन भी कहलाता है।
अंकों द्वारा नामांक बनाना
संसार में नाम नहीं तो कुछ भी नहीं। मनुष्य का सही नाम ही गगन चुम्बी होता है। सही फलदायी नाम से ही मनुष्य देश-विदेश में प्रसिद्धि पाता है। अतः हमेशा ऐसे नाम का चुनाव करना चाहिए जो व्यक्ति को समाज में यश, कीर्ति तथा प्रतिष्ठा प्रदान करे और सदियों तक समाज में आदर के साथ याद किया जाए।
व्यक्ति का नाम उसके भाग्य व प्रतिष्ठा को बढ़ाने में कितना साथ दे रहा है निम्न गणना से जान सकते हैं एवं नाम को ठीक कर अपने भाग्य की वृद्धि कर सकते हैं।
नाम की गणना व्यक्ति के ऐसे नाम से करना चाहिए जिसे सुनकर वह सोते में से भी उठ जाय । अक्सर व्यक्ति के कई नाम प्रचलन में रहते हैं। जैसे घर में उसे मुन्ना पुकारा जाता है। स्कूल में मुन्नालाल और ऑफिस में मुन्नालाल शर्मा या एम. एल. शर्मा अथवा शर्माजी आदि । तब प्रश्न उत्पन्न होता है कि कोनसे नाम को अंक विद्या के फलादेश हेतु लेना उचित रहेगा। इस संबंध में अनुभव में आया है कि या तो वह नाम लिया जाये जो समाज में सर्वाधिक प्रचलित हो अथवा वह नाम जिसे सुनकर व्यक्ति तुरन्त आपकी ओर मुखातिब हो जाये । यहाँ हम अंग्रेजी अक्षरों के द्वारा नामांक बनाने की विधि प्रस्तुत कर रहे हैं। अंग्रेजी भाषा के अक्षरों को अंकों में परिवर्तित करने की सारिणी निम्न है।

उपरोक्त तालिका के अनुसार हम मुन्ना लाल शर्मा के नाम को अंग्रेजी अक्षरों में परिवर्तित करके निम्नानुसार नामांक बनाएंगे।

मुन्ना लाल शर्मा के नाम का कुल योग 44 आता है। 44 को जब हम एक ईकाई तक लाते हैं तो इनका नामांक 8 होता है। अंक 8 का स्वामी शनि होने से इनके नाम पर शनि का विशेष प्रभाव दृष्टिगोचर होगा। साथ ही अंक 4 के स्वामी हर्शल का प्रभाव भी रहेगा।
अब मानलो इनको अपना नाम 9 अंक का करना है तो 1 अंक बढ़ना होगा जोकि निम्नानुसार बढ़ेगा।

इसी प्रकार नाम के अक्षरों में थोड़ा परिवर्तन कर नाम में प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं।
0 Comments