सेफरियल ने अपनी पुस्तक कबाला आफ नम्बर्स में अनेकों संस्कृत शब्दों का प्रयोग किया है जैसे – मन्त्र, ईश्वर, ऋषि, ब्रह्म, वैष्णव, समाधि, गुरू पुरोहित यम, वेदशास्त्र, वेदांग, कुम्भ, मोक्ष, ब्रह्मचारी आदि और लिखा है कि अंक विद्या भारत वर्ष में बहुत प्राचीन काल से अध्ययनरत थी । उसने इसे भारत के एक स्वामी जी से सीखा था और एक बार इसी विद्या की सहायता से अपनी पत्नि के खोए हुए हार का पता लगाया था।

सेफरियल ने उक्त पुस्तक में भारतीय प्राचीन शास्त्रों के अनुसार खोई वस्तुओं का पता लगाने की पद्धति का उल्लेख किया है और अपने अनुभव से इस प्रक्रिया को सही बताया है। मेरे अनुभव में भी यह सिद्धांत ठीक है। इस पद्धति में उपरोक्त प्रकार से जो संख्या आई है, यदि मूक प्रश्न खोई हुई वस्तु के बारे में है, तो उसी संख्या को ही ले लो, नहीं तो उसी प्रकार 9 अंकों की एक संख्या प्रश्नकर्ता से लिखा लें और उसके जोड़ में 3 मिलाकर अन्तिम संख्या बनाकर निम्नानुसार नीचे उत्तर दें :-

3. रास्ते या गैलरी गलियारे में अथवा कागजों के मध्य में ।

4. वस्तु खोई नहीं है वल्कि आप ही के कब्जे में है ।

5. थोड़ी सी खोज एवं परिश्रम से वस्तु मिल जाएगी। टोपी, साफा, पगड़ी, हैट, के नीचे देखें ।

6. चप्पल, जूते रखने के स्थान पर निकलने के रास्ते में वहाँ किसी आले, सोफे, रैक, अलमारी के खाने में देखें ।

7. अपने नौकर या नौकरानी से पता लगाएँ ।

8. अलमारी के ऊपर या बालकनी में देखें, नौकर, कारीगर, मजदूर से तलाश करें।

9. किसी बालक या किशोर के पास उसके कपड़े या जेब में देखें ।

10. आपके प्रमुख कमरे या बैठक में है ।

11. किसी तालाब जलाशय या पानी के किनारे जाकर तलाश करें।

12. वस्तु खोई नहीं है, कहीं रखकर भूल गए हैं, वस्तु सही सलामत है, अपने काम करने के स्थान पर दफ्तर में किताबों के अन्दर या कागजों में देखें।

13. जहाँ पर आप अपने कपड़े, शाल, ओवरकोट पहनने के कपड़े रखते हैं वहाँ देखें ।

14. पगड़ी, हैट, टोपी या साफे के नीचे या संडास, नाली, सीवर में देखें ।

15. पति या पत्नि से पूछें। गैरेज या अस्तबल में देखें ।

16. रसोईया से पता करें। रसोई घर में देखें ।

17. अलमारी या रैक के खाने में या सैफ में या कला की वस्तुएँ हैं वहाँ देखें ।

18. चीज घर में खोई है और कपड़ों में मिलेगी ।

19. थोड़ी दूर पर सूखी रेतीली जमीन पर मिलेगी। पगडण्डी या गली में देखें।

20. चीज खोई नहीं है कहीं रखकर भूल गए हैं। यह जल के पास या बढ़िया कपड़ों के पास मिलेगी ।

21. चीज आपके पास ही है। किसी बक्से, केस, डिब्बे में, अटैची, ब्रीफकेस मोड़कर बन्द होने वाले केस या डिब्बे में मिलेगी ।

22. वस्तु किसी अलमारी या खानेदार रैक के ऊपर है और जल्दी मिलनी चाहिए ।

23. पास में है। दूसरे कमरे में जहां कपड़े रखते हो देखो मिल जाएगी ।

24. चीज आपके पास ही है, खोई नहीं है।

25. अपनी ही चीजों में देखो किसी सफेद और गोल वस्तु के अन्दर है।

26. घर में वयोवृद्ध बुजुर्ग से पूछें, उन्होने संभाल कर रख दी है।

27. गौशाला, घुड़साल, गैरेज में या नौकरों के निवास में खोज करें।

28. खोई वस्तु मिलना संभव नहीं है, आशा छोड़ दें ।

29. किसी वृद्ध पुरुष या नौकर से पता मिलेगा कि कहाँ है ।

30. बच्चों से या विद्यार्थियों से पूछने से पता मिलेगा। खेल में खोई है।

31. गुप्त कोठरी या बन्द नाली में है। सौभाग्य से या परिश्रम से मिल सकती है।

32. पास ही बरामदे में या किसी चट्टान पर या उभरी हुई जमीन पर या किसी आयताकार पदार्थ पर मिल सकती है।

33. चीज आपके पास है और आपकी अपनी चीजों में या कपड़ों में मिलेगी ।

34. अग्नि के पास, अंगीठी, चूल्हा, भट्टी, ओवन के पास या मुख्य कमरे, बैठक में आग जलाने के स्थान के पास में है। चीज नजदीक में है और शीघ्र मिल जाएगी।

35. पानी के पास किसी छिपे हुए स्थान में, गुप्त स्थान में है या पति पत्नि के निजी कमरे में है। हाथ धोने के स्थान के पास या वाश बेसिन में भी देख लें।

36. किसी आया या धाय अथवा अभिभावक के द्वारा प्राप्त होगी।

37. किसी पवित्र स्थान, मन्दिर, तीर्थ स्थान, देवालय, समाधि आदि से या घर के निजी, गुप्त, कमरे में, घर की चारदीवारी के आसपास या उसके अन्दर मिलेगी ।

38. धार्मिक कृत्यों से पहिले जहाँ आप स्नान करते हैं जैसे स्नान गृह, कुआँ, तालाब, नदी, तीर्थ, आदि के पास की छोटी यात्रा करने के बाद मिलेगी।

39. चीज खोई नहीं है, किसी अलमारी, टांड या खाने में उठाकर रख दी है।

40. पहनने के कपड़ों, धोती, कुर्ता, पाजामा पैंट शर्ट, पगड़ी साफा, तहमद तौलिया आदि में खोजने से मिल जाएगी।

41. घर में जहाँ पति-पत्नि के जूते रखे जाते हैं वहाँ पर खोजें ।

42. रसोइया या बावर्ची के घर में, रसोई में, पानी के बर्तन या घड़े के

पास देखें ।

43. गौशाला, अस्वल या गैरेज में, उसके सामने के मैदान में मिलेगी, दूर नहीं है।

44. तेल के बर्तन, तेल से जलने वाले दिये, लालटेन आदि में देखो वस्तु ऐसी हालत में मिलेगी कि उसे साफ करना पड़ेगा।

सरल अंक ज्योतिष

45. हाथ रखो और ले लो। जल्द ही प्राप्त होगी ।

46. तुम्हारे साझीदार, मित्र या पत्नि के पास में सही सलामत रखी हुई है।

47. दो नौकर साथ साथ काम कर रहे हैं उनसे पूछो, जिसके पैर अस्थिर हैं, हिल रहे हैं वह पता बताएगा ।

48. पीने का पानी जहाँ रखा जाता है वहाँ मिलेगी।

49. समझो हमेशा के लिये खो गई है अथवा क्षत विक्षत हालत में मिलेगी ।

50. खोई नहीं है। दो भागों वाले किसी पात्र में या बक्से में मिलेगी ।

51. धार्मिक कृत्य से पूर्व स्नान स्थल, पवित्र नदी, सरोवर, जलाशय, स्नानागार, या उसके आसपास में मिलेगी ।

52. तुम्हारे साझेदार या पति / पत्नि से पता करने पर मिलेगी या घर की मुखिया महिला से या उसके नजदीकी रिश्तेदारों में से कुछ आपकी सहायता पता लगाने में, बताने में कर सकते हैं। खोई वस्तु एक हाथ से दूसरे हाथ में पहुंच चुकी है।

53. नौकर के पास है पूछने, बताने, समझाने या दवाब डालने पर लौटा देगा ।

54. घर परिवार के बीच में ही किसी के पास है। बच्चों की चीजों में ज्यादा तलाश करें।

55. मकान की दीवार या चारदीवारी के पास बरसात का पानी निकालने वाली नाली, मोरी या पाइप के पास देखो या पानी के पास जहाँ पानी है। उसके पास मिलेगी।

56. थोड़ी दूरी पर जहां आप पहले ठहरे थे, वहाँ मिलेगी। वहाँ जाकर तलाश करें।

57. आपके किसी थैले, जेबों, औजार, यन्त्र या छड़ी रखने के स्थान के पास देखें ।

58. दो व्यक्तियों के अधिकार में है और कठिनाई से ही प्राप्त हो सकेगी तथा वस्तु खर्च हो चुकी है या व्यापार अथवा उपयोग में लाई जा चुकी है।

59. पुराने या वृद्ध नौकर के पास है। रोटी, आटे केक या ऐसी ही किसी वस्तु के अन्दर मिलेगी या नौकर ने कहीं छिपा दी है।

60. मिलने की कोई आशा नहीं है।

61. घर के नीचे के भाग में, जूते, चप्पल, मोजे, पजामा पानी छिड़कने की नली के पास देखो ।

62. हाथ से गई, नहीं मिलेगी ।

63. आपके ही पास है। पुरानी अँधेरी जगह में, पुराने कबाड़ में पड़ी है।

64. आपके कब्जे में है। इधर-उधर रखकर भूल गये हो। अँधेरे कोनों में और ऊँचे स्थानों में टॉड बगैरा पर देखो। कुछ समय बाद मिल जाएगी।

65. आपके पास से चली गई है और यदि मिली भी तो किसी दूसरे आदमी की मदद से मिलेगी।

66. दो नौकरो के षड्यन्त्र से चली गई है। मिलना कठिन है। जिसके हाथों में दोष हो, जिस नौकर के हाथों में कोई रोग, अंगहीनता हो उससे तहकीकात करें।

67. किसी नवयुवक या बच्चे की सहायता से मिलेगी ।

68. घर की छत पर या ऊपर के भाग में है। नौकर के द्वारा प्राप्त होगी ।

69. जहां आप चीज के खोने का पता लगने पर या उससे पहले ठहरे थे या खड़े हुए थे, वहीं पर थोड़ी दूर पर किसी संबंधी द्वारा या उसके पास या प्याले के पास देखो ।

70. जहाँ पानी रखा जाता है, वहीं आस पास देखने से मिल जाएगी।

71. जहाँ खोई है वहीं खड़े होकर आसपास देखो, दिखाई दे जाएगी। पैरों के पास ही है ।

72. पानी के घड़े, सुराही, जग आदि के पास तुम्हारे ही अधिकार में घर में है ।

73. पुलिस की तहकीकात के बाद मिल जाएगी ।

74. आपका वफादार नौकर उसका पता लगा देगा ।

75. नवयुवकों या बालकों के हाथ में पड़ गई है। क्षत-विक्षत हालत में मिलेगी ।

76. घर में ही है जहाँ मसाले, आटा आदि रखा जाता है, रसोई भंडारगृह में देखें ।

77. कुछ दूरी पर है। कोई नौकर उसे लेकर आपके पास आएगा ।

78. कुछ दूर पर गाय बैलों के पास में है। मिलने की आशा नहीं है, नष्ट हो चुकी है।

79. आपके घर में, अधिकार क्षेत्र में लोहे या स्टील के पात्रों में है।

80. तुम्हारे कब्जे में, दो खानों वाले किसी बक्से, डिब्बे, केस, जूते, मोजे आदि में देखें ।

81. पहनने, ओढ़ने के कपड़ो में देखें मिल जाएगी ।

82. रसोई में खाना खाने के स्थान पर देखो, रसोइये से भी पूछो, निगाह रखो ।

83. कुमारी कन्या या कोई नवयुवती पता लगाकर देगी, किसी तालाब या पानी से भरे गड्डे के पास में है।

84. घर में ही है, किसी बक्से, सन्दूक, केस या डिब्बे में या दो भागों वाले पात्र, टिफिन, कैरियर आदि में है ।

यदि किसी सज्जन ने मूक प्रश्न किया है तो उनसे प्रश्न को निरन्तर अपने ध्यान में रखते हुए 9 अंको की संख्या लिखाओ, यदि उत्तर ठीक मिलता है और मूक प्रश्न आप ठीक बता देते हैं तो फिर उत्तर देने की सोचो नहीं तो फिर संख्या लिखाएँ या 81 तक की संख्या बोलने को कहें।

यदि कोई सज्जन खोई वस्तु का प्रश्न लेकर आए तो उनसे भी उपरोक्तानुसार विषय को मन में रखते हुए 9 अंको की संख्या लिखवाकर या अंक बुलवाकर उत्तर देखें। यदि उत्तर प्रश्न की विषय वस्तु से मेल नहीं रखे तो दुबारा संख्या या अंक लें और उत्तर बताएँ ।

उत्तर देते समय खोई हुई वस्तु का आकार प्रकार ध्यान में रखो। उत्तर में बताए गए संकेतो से अपनी बुद्धि व समय के अनुसार वे संकेत जिस तरह प्रश्नकर्ता की स्थित में उपयुक्त रूप से सही बैठते हों उत्तर दें।

मान लो कोई सोने की अंगूठी खोई है और उत्तर की संख्या 83 आती है तो प्रश्नकर्ता की बातों से खोने का पूरा विवरण सुनने से जिस कुमारी कन्या नवयुवती पर या एक से अधिक कन्याओं या नवयुवतियों पर संदेह होता है, उनसे पूछताछ करने को कहो, चतुराई से पता करो और उनकी पहुंच के अन्दर जितने पानी से भरे स्थान हैं उनमें देखो। मानो तालाब, जलाशय, गड्डे आदि नहीं है तब पानी से भरे घडे, सुराही आदि में छिपाकर रखने की पूरी संभावनाएँ हो सकती हैं।

पुलिस या जासूस जिस प्राकर मामूली से सूत्र से अपनी सूझबूझ के द्वारा पता लगाते हैं। कुछ उसी प्रकार से उपरोक्त संकेतो के आधार पर आप उत्तर दीजिये सफलता मिलेगी।

यदि खोई हुई वस्तु बड़े आकार की वस्तु है। मान लो किसी का स्कूटर खो गया है और उत्तर की संख्या 59 आती है। अब स्कूटर जैसी चीज रोटी, केट, आदि के अन्दर तो नहीं हो सकती, लेकिन किसी आटा मिल, ढावे या होटल में तो हो सकती है और किसी पुराने या ज्यादा उमर के नौकर या निम्न श्रेणी के व्यक्ति द्वारा चुराई गई है।

इस प्रकार अलग-अलग परिस्थितियों में वस्तु के आकार-प्रकार के अनुसार अपनी बुद्धि का उपयोग करके उत्तर देना ठीक रहता है।

मूक प्रश्न के सम्बन्ध में जो उत्तर आये उसको कुछ जोर से पढ़ो और देखो कि प्रश्नकर्ता के मुख पर क्या प्रतिक्रिया होती है। उत्तर के विषयों में जिस बात को सुनकर वह कुछ चौंके, समझो यही उसके प्रश्न का विषय है।


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