चन्द्र सम्बंधित अंग और रोग
चन्द्र सम्बंधित अंग और रोग जन्मकुंडली में 4, 6, 8 अथवा 12 वें भाव में चन्द्रमा हो, तो निश्चित ही रोग कारक बनते है। चन्द्रमा के पापी अथवा पीडित होने की स्थिति में जातक को खांसी, जुकाम, फेंफड़ों के रोग, प्लूरसी, मूर्च्छा, मन्दाग्नि, स्त्रियों में मासिक धर्म की अनियमितता, दमा, Read more